किंग मेकर नितीश कुमार : आगे कैसी रहेगी भूमिका?

किंग मेकर नितीश कुमार

आगे कैसी रहेगी भूमिका?

इस लोकसभा चुनाव में नितीश कुमार की भूमिका एक किंगमेकर के रूप में है। हालांकि वे अभी एनडीए में हैं, परन्तु उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखकर राजनीतिक पर्यवेक्षक मान रहे हैं कि उनके दोनों हाथों में लड्‌डू है। भारतीय राजनीति में ऐसी परिस्थिति बहुत कम आयी है, जब पक्ष और विपक्ष के मध्य सीटों का अन्तर इतना कम हो कि एक-दो दल के पाला बदलने से सरकार बदल जाए। हालांकि चुनाव आरम्भ होने से पहले राजनीतिक विशेषज्ञ बिहार में उन्हें तीनों प्रमुख दलों में से सबसे कमजोर मान रहे थे, परन्तु उन्होंने बारह सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया है। आइए, नितीश की जन्मपत्रिका में देखते हैं कि आगामी कुछ समयावधि में उनकी भूमिका कैसी रहेगी?

नितीश कुमार की उपलब्ध मिथुन लग्न की जन्मपत्रिका के अनुसार वर्तमान में वे राहु में शुक्र में मंगल की प्रत्यन्तर्दशा के प्रभाव में हैं। अन्तर्दशानाथ शुक्र दशम भाव में उच्चराशिस्थ होकर मालव्य योग का निर्माण कर रहा है। शुक्र एकादशेश मंगल के साथ युत है एवं भाग्येश शनि के साथ परस्पर दृष्टि सम्बन्ध बना रहा है। इस ग्रह स्थिति के चलते शुक्र अपनी दशा में राजयोग के समान फलदायक है। प्रत्यन्तर्दशानाथ एकादशेश मंगल चुनाव में सफलतादायक है। यही कारण है कि नितीश कुमार को इस चुनाव में न केवल अप्रत्याशित सफलता मिली वरन किंगमेकर की भी भूमिका मिली है। सत्ताइस जून से राहु की प्रत्यन्तर्दशा आएगी। राहु जन्मपत्रिका में नवम भाव में राजयोगकारक लग्नेश बुध एवं सप्तमेश-दशमेश गुरु के साथ युत होकर राजयोग के समान फलदायक है। हालांकि राहु गुरुचाण्डाल योग, ग्रहणयोग आदि भी बना रहा है। राहु की इस स्थिति के चलते ही नितीश अपनी राजनीतिक चालों से पक्ष और विपक्ष सभी को चौंका देते हैं। राहु की यह प्रत्यन्तर्दशा दिसम्बर, दो हजार चौबीस तक रहेगी। राहु की इस दशावधि में उनके पास ऐसे अवसर आ सकते हैं या परिस्थितियाँ बन सकती हैं, जिसमें वे अपने निर्णयों से राजनीतिक जगत को चौंका सकते हैं।

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