राहुल गाँधी का वर्षफल – कैसा रहेगा आगामी वर्ष उनके लिए?
राहुल गाँधी का 55वाँ वर्ष 19 जून, 2024 को सिंह लग्न एवं मिथुन नवांश में आरम्भ हुआ है। वर्ष कुण्डली में लग्नेश सूर्य एकादश भाव में कर्मेश शुक्र के साथ युति सम्बन्ध से राजयोग तथा आयेश बुध के साथ युति सम्बन्ध से श्रेष्ठ धनयोग का निर्माण कर रहा है। वर्षेश और मुंथेश मंगल योगकारक होकर भाग्य स्थान में स्थित है तथा चन्द्रमा एवं केन्द्रेश शनि से द्रष्ट है। इसके फलस्वरूप उन्हें भाग्य का कुछ सहयोग मिलने लगेगा और परिश्रम का परिणाम भी देखने को मिलेगा। पंचमेश गुरु कर्म भाव में स्थित होकर जनता के समर्थन से सत्ता के नजदीक पहुँचने का संकेत करता है।
राहुल अक्टूबर, 2024 तक राहु महादशा में शनि की अन्तर्दशा में शनि की ही प्रत्यन्तर्दशा के प्रभाव में हैं। जन्मकुण्डली एवं वर्ष कुण्डली दोनों में ही शनि सप्तमस्थ है, परन्तु वर्ष कुण्डली में स्वराशिस्थ होकर तुलनात्मक रूप से बली है। इस अवधि में भी उन्हें आर्थिक एवं सामाजिक न्याय की राजनीति में सफलता अर्जित होगी तथा महाराष्ट्र, हरियाणा एवं झारखण्ड के विधानसभा चुनावों में वे जी–तोड मेहनत करते हुए दिखाई देंगे। पिछले दो वर्षों की भाँति इस अवधि में भी वे आम जनता से सीधा सम्बन्ध बनाए रखने का प्रयास करेंगे। इसके लिए कुछ यात्रा आदि की सम्भावना भी दिखाई दे रही है। राहुल की राजनीति शनि के कारकत्व में आने वाले लोगों यथा मजदूर, किसान, पिछड़े, दलित, आदिवासी, गरीब, अल्पसंख्यक आदि को न्याय दिलाने हेतु केन्द्रित रहेगी।
01 नवम्बर, 2024 से शनि की अन्तर्दशा में बुध की प्रत्यन्तर्दशा रहेगी। प्रत्यन्तर्दशानाथ बुध जहाँ जन्मपत्रिका में अष्टमस्थ है, तो वहीं वर्ष कुण्डली में एकादश भाव में स्थित होकर धनयोगकारक है। इस अवधि में एक ओर जहाँ मुकदमे आदि में उनके प्रतिकूल फैसले हो सकते हैं, तो वहीं दूसरी ओर वर्षकुण्डली में बुध की स्थिति को देखते हुए राजनीतिक सफलता मिलने की सम्भावना भी दिखाई दे रही है। वर्षकुण्डली में एकादश भावस्थ बुध की प्रत्यन्तर्दशा अपनी दशावधि में होने वाले चुनावों में अपेक्षानुरूप सफलता का संकेत भी कर रही है। इस अवधि में राहुल की सफल विदेश यात्रा भी हो सकती हैं। साथ ही उन्हें स्वास्थ्य एवं सुरक्षा का भी ध्यान रखने की जरूरत है। यह प्रत्यन्तर्दशा नवम्बर, 2024 से मार्च, 2025 तक रहेगी।
मार्च, 2025 से मई, 2025 तक राहु में शनि में केतु की प्रत्यन्तर्दशा रहेगी। जन्मपत्रिका में केतु एकादश भावस्थ है, तो वहीं वर्षकुण्डली में भी वह द्वितीय भाव में स्थित होकर चुनाव की राजनीति में सफलतादायक है। कुल–मिलाकर आगामी 55वाँ वर्ष राहुल के लिए अच्छा व्यतीत होना चाहिए। इस वर्ष उन्हें कुछ महत्त्वपूर्ण राजनीतिक उपलब्धियाँ अर्जित हो सकती हैं, तो वहीं दूसरी ओर उनकी लोकप्रियता में भी वृद्धि होती दिखाई देगी। अब उन्हें भाग्य का समर्थन भी मिल रहा है, जिसके चलते उन्हें परिश्रम के अनुरूप प्रतिफलों की प्राप्ति हो सकती है। इस वर्ष विदेशों में भी उनकी लोकप्रियता में वृद्धि देखने को मिलेगी।