अशून्य शयन व्रत पाँच लगातार मासों के कृष्णपक्ष की द्वितीया को किया जाने वाला व्रत है। यह व्रत श्रावण कृष्णा द्वितीया, भाद्रपद कृष्णा द्वितीया, आश्विन कृष्णा द्वितीया, कार्तिक कृष्णा द्वितीया तथा मार्गशीर्ष कृष्णा द्वितीया को किया जाता है। यह व्रत स्त्री और पुरुष दोनों को ही करना चाहिए। इस व्रत से जहाँ स्त्री को अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उसे वैधव्य दुःख नहीं देखना पड़ता है, वहीं पुरुष को विधुर रूपी दुःख का सामना नहीं करना पड़ता है। इस व्रत में उपवास रखना चाहिए तथा प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान् विष्णु एवं लक्ष्मी की उपासना करनी चाहिए। उसे दिनभर मौन एवं निराहार रहना चाहिए। सायंकाल पुनः स्नान करके भगवान् विष्णु एवं लक्ष्मी का पूजन करें और उन्हें शय्या देकर शयन कराएँ। तदुपरान्त चन्द्रमा के दर्शन करके उसे अर्घ्य दें। अर्घ्य के समय निम्नलिखित मन्त्र का जप करें :
गगनांगणसंदीप क्षीराब्धि-मथनोद्भव।
भाभासितदिगाभोग रमानुज नमोऽस्तु ते।।
उसके पश्चात् श्री लक्ष्मीनारायण जी को प्रणाम करके भोजन ग्रहण करें। अन्तिम व्रत (मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया) के दूसरे दिन अर्थात् मार्गशीर्ष कृष्ण तृतीया को ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए तथा उस ॠतु में होने वाले मीठे फल उसे दान में देने चाहिए। करौंदे, नीबू आदि खट्टे फल तथा इमली, नारंगी आदि स्त्रीसंज्ञक फल दान में नहीं देने चाहिए।
खुशहाल दाम्पत्य जीवन के लिए अशून्य शयन व्रत में ये करें उपाय :
1. एक सिंदूर की डिब्बी में पांच गोमती चक्र रख कर उन्हें घर के मन्दिर में या पत्नी के श्रृंगार के सामान के साथ रख दें। परस्पर प्रेम में वृद्धि होगी।
2. भोजपत्र या सादे सफेद कागज पर सिन्दूर से 'हं हनुमंते नम:' लिखकर घर के पूजा स्थान पर रख दें। खुशहाल दाम्पत्य जीवन में लगी नजर दूर होगी।
3. रात को सोते समय अपनी तकिए के नीचे कपूर रखें और अगले दिन उस कपूर को जला दें। इससे आपके रिश्ते में मजबूती आयेगी.
4. प्रतिदिन दो तुलसी दल को पूजा के समय मन्दिर में रखें और गायत्री मंत्र का 11 बार जप करें। यह आपके रिश्ते के लिये अच्छा रहेगा।
5. भगवान लक्ष्मीनारायण के चित्र या मूर्ति पर अपने हाथों से पीपल के पत्तों की माला धागे में पिरोकर अर्पित करें। इससे पति-पत्नी के मध्य प्यार बढेगा।
6. एक सिक्के पर सुगन्धित इत्र लगाकर लक्ष्मी-नारायण जी के मंदिर में चढ़ाएं, साथ ही माता लक्ष्मी को श्रृंगार सामग्री भी चढ़ाएं। आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी और दाम्पत्य जीवन खुशहाल बनेगा।